ओशो, एक महान, लोकप्रिय आध्यात्मिक गुरु जिन्होंने अपने विचारों से लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनकी किताबें, आध्यात्मिकता, प्रेम, ध्यान, और जीवन के गहरे सवालों पर एक अनूठी और व्यावहारिक दृष्टि प्रदान करती हैं। यदि आप अपने जीवन में एक नया आयाम जोड़ना चाहते हैं, तो ओशो की ये सर्वश्रेष्ठ हिंदी किताबें निश्चित ही आपके लिए एक आदर्श शुरुआत हो सकती हैं। इस लेख में, हम ओशो की 15 सबसे उत्कृष्ट हिंदी पुस्तकों की एक झलक पेश करेंगे और जानेंगे कि वे आपके जीवन को कैसे बदल सकती हैं। ध्यान से लेकर भगवद् गीता के अनूठे दृष्टिकोण तक, यह संग्रह आपकी आत्म-खोज को प्रेरित करेगा, ऐसी हम अपेक्षा रखते हैं।
ओशो के प्रशंसक या आध्यात्मिक खोजकर्ता, तैयार हो जाएं! इस लेख को हमारी टीम ने बड़ी मेहनत से तैयार किया है, मुख्य लिस्ट के अलावा, अन्य जानने योग्य पुस्तकें आध्यात्मिक साधकों के लिए इस सूची में जो गयी हैं, अवश्य पढ़ें। ओशो की आध्यात्मिक दृष्टि, आपकी चेतना-जागृति में निश्चय ही सकारात्मक परिवर्तन लायेगी।
ओशो की श्रेष्ठ पुस्तकों का विवरण
ओशो, जिन्हें भगवान श्री रजनीश के नाम से भी जाना जाता है, 20वीं सदी के सबसे प्रभावशाली और विवादास्पद आध्यात्मिक गुरुओं में से एक थे। एक कुशल वक्ता और मर्मज्ञ, ओशो ने दर्शन, ध्यान, मनोविज्ञान और आध्यात्मिकता के विषयों पर बड़े पैमाने पर काम किया। उनकी पुस्तकों का दुनिया भर की कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है, और उनकी शिक्षाओं ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है।
ध्यान रहे, ओशो ने स्वयँ कोइ पुस्तक नहीं लिखी, बल्कि ये सभी उनके उपदेशों का उनके शिष्यों द्वारा पुस्तक रूपांतरण हैं।
यदि आप ओशो के कार्यों में रुचि रखते हैं, तो यहां उनकी 10 सर्वश्रेष्ठ हिंदी पुस्तकों का विवरण दिया गया है:
#1. संभोग से समाधि की ओर
![Sambhog Se Samadhi Ki Aur by Osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Sambhog-Se-Samadhi-Ki-Aur-by-Osho-in-hindi-709x1024.jpg)
विषय-वस्तु: कामुकता, आध्यात्मिकता, और मानव चेतना का विकास
यही वह पुस्तक है, जिसने ओशो के उपर एक अत्यंत कठोरता से ‘सेक्स गुरू’ का तमगा लगा दिया, जो कि ओशो जैसे परम ज्ञानी के प्रति घोर अन्याय है। रूढ़िवादी समाज क्या सोचता है, ओशो कहाँ इससे विचलित होने वाले थे!
खैर, ओशो को समझने कि उम्मीद हर किसी से नहीं की जानी चाहिये!
इस पुस्तक में यौन ऊर्जा को आध्यात्मिक परिवर्तन के साधन के रूप में दर्शाया गया है।यह ओशो की सबसे प्रसिद्ध पुस्तकों में से एक है, और यह प्रेम, सेक्स और ध्यान के बीच के संबंध पर खोजपूर्ण और क्रांतिकारी अध्ययन और अन्वेषण है। ओशो का तर्क है कि यौन ऊर्जा को आध्यात्मिक परिवर्तन के लिए एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, और वह पाठकों को ऐसा करने के लिए ज्ञान प्रदान करते हैं। इस पुस्तक में, ओशो कामुकता को एक प्राकृतिक और सुंदर ऊर्जा के रूप में देखते हैं जिसे दबाने या नकारने के बजाय, एक उच्च चेतना की ओर एक कदम के रूप में उपयोग किया जा सकता है। ओशो के अनुसार, कामुक ऊर्जा को रूपांतरित करके और उसे ऊपर की ओर ले जाकर, व्यक्ति समाधि की परम अवस्था को प्राप्त कर सकता है। यह पुस्तक उन सभी के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक है जो कामुकता और आध्यात्मिकता के बीच एक संतुलन और सामंजस्य स्थापित करना चाहते हैं।
हालांकि, इस पुस्तक के बारे में बहुत कुछ कहा जा चुका है, परंतु किसी भी राय बनाने से पहले ओशो को इस पुस्तक में तथा इससे परे भी समझना अत्यंत आवश्यक है।
ध्यान रहे, यह पुस्तक कुछ पाठकों के लिए उत्तेजक हो सकती है, क्योंकि ओशो कामुकता के बारे में बहुत खुले तौर पर बात करते हैं। हालाँकि, यदि आप एक खुले दिमाग से इस पुस्तक को पढ़ने के लिए तैयार हैं, तो यह आपके लिए एक व्यक्तिगत, गहन और परिवर्तनकारी अनुभव हो सकता है।
- पुस्तक लिंक
#2. अष्टावक्र महागीता (9 खंडों में)
![Astavakra mahageeta by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Astavakra-mahageeta-by-osho-in-hindi-1.jpg)
विषय-वस्तु: आत्म-साक्षात्कार और अद्वैत वेदांत
यदि आप आध्यात्मिक विकास की राह पर हैं, तो ओशो की ‘अष्टावक्र महागीता’ आपको एक नई दिशा और गहराई प्रदान कर सकती है।
अष्टावक्र गीता स्वयं में आत्म-साक्षात्कार का एक अद्वितीय प्राचीन संस्कृत ग्रंथ है, जो ज्ञान, मुक्ति, और अद्वैत की गहराइयों में ले जाता है। ओशो की इस पर व्याख्या मानो ‘सोने पे सुहागा’ है! उनकी अनूठी शैली और गहन अंतर्दृष्टि से, यह ग्रंथ मात्र एक दार्शनिक पाठ नहीं रह जाता, बल्कि यह आत्म-खोज की एक जीवंत और परिवर्तनकारी यात्रा बन जाता है। ओशो के शब्द आपके भीतर के प्रकाश को जगाते हैं, और आपको उस परम सत्य की ओर ले जाते हैं जो अष्टावक्र और राजा जनक के संवाद में छिपा है।
ओशो के शब्दों में एक अनूठी शक्ति है जो आपको सोचने के लिए मजबूर करती है और दिल को छू जाती है। उनके प्रवचन महज ज्ञान नहीं बल्कि एक आत्मिक अनुभव हैं। वे उपन्यासों, किस्सों, और चुटीले अंदाज़ से आध्यात्मिक गहराइयों में ले जाते हैं। उनकी सरल भाषा आपको हँसाते हुए भी रुला देती है, गंभीर विषयों पर चिंतन कराते हुए भी दिल को हल्का कर देती है। यही ओशो की विशेषता है कि वे कठिन से कठिन बात को भी इतनी आसानी से समझा देते हैं कि आपको लगता है मानो आप खुद उस सत्य का अनुभव कर रहे हैं।
- पूर्ण 9 सेट की पुस्तक लिंक
निम्नलिखित 9 भाग में अलग-अलग भागों में उपलब्ध है:
- भाग-1 – मुक्ति की आकांक्षा
- भाग-2 – दुख का मूल
- भाग-3 – जो है सो है
- भाग-4 – सहजता में तृप्ति
- भाग-5 – सन्नाटे की साधना
- भाग-6 – न संसार ना मुक्ति
- भाग-7 – समर्पित स्वतंत्रता
- भाग-8 – सुख स्वभाव
- भाग-9 – अनुमान नहीं अनुभव
#3. पतंजलि योग सूत्र (5 खंडों में)
![patanjali yog sutra by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/patanjali-yog-sutra-by-osho-in-hindi.jpg)
विषय-वस्तु: योग दर्शन, चित्त वृत्ति निरोध, समाधि
‘पतंजलि योग सूत्र’ (भाग 1 से 5) ओशो द्वारा पतंजलि के योग सूत्रों पर की गई एक गहन और व्यावहारिक व्याख्या और योग के विभिन्न पहलुओं पर उनके विचार है। यह पाँच पुस्तकों का यह सेट, योग के मूलभूत सिद्धांतों को समझने और उन्हें जीवन में उतारने के लिए एक अमूल्य संसाधन है। ओशो अपनी अनूठी शैली में, इन सूत्रों के गहन अर्थ को उजागर करते हैं और उन्हें आधुनिक संदर्भ में प्रस्तुत करते हैं। यह सेट योग के अभ्यास को और गहरा करने और आत्म-साक्षात्कार के मार्ग पर आगे बढ़ने के इच्छुक सभी साधकों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक है।
- पूर्ण 5 सेट की पुस्तक लिंक
ये पांच सेट अलग-अलग भाग में भी उपलब्ध हैं।
#4. ध्यान सूत्र
![Dhyan Sutra by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Dhyan-Sutra-by-osho-in-hindi.jpg)
विषय-वस्तु: ध्यान एवं आध्यात्मिकता
यदि आप ध्यान और ओशो में रुचि रखते हैं, तो ओशो साहित्य शुरू करने के लिए यह एक बेहतरीन पुस्तक है, एक बार जब आप इसे पूरा कर लेंगे तो आपके पास इस और संबंधित विषय पर इनकी, कुछ उन्नत पुस्तकों जैसे – शिव-सूत्र और विज्ञान भैरव तंत्र आदि को समझने के लिए एक ठोस आधार होगा।
यह पुस्तक ओशो द्वारा ध्यान पर दिये गए महत्वपूर्ण प्रवचनों का संग्रह है, जिसमें उन्होंने ध्यान के विभिन्न आयामों, तकनीकों और उनके प्रभावों पर गहन प्रकाश डाला है। ओशो के अनुसार ध्यान मात्र एक अभ्यास नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक ढंग है जो आंतरिक शांति, जागरूकता और परम आनंद की ओर ले जाता है। ‘ध्यान सूत्र’ में ओशो ने ध्यान के माध्यम से मन की उथल-पुथल को शांत करने, विचारों के प्रवाह को रोकने, और स्वयं को गहराई से जानने के रहस्यों को उजागर किया है। इस पुस्तक में शामिल ओशो के प्रवचन न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि ध्यान के अभ्यास को जीवन में उतारने के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन भी देते हैं।
- पुस्तक लिंक
#5. मैं मृत्यु सिखाता हूँ
![Main Mirtyu Sikhata Hoon by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Main-Mirtyu-Sikhata-Hoon-by-osho-in-hindi-685x1024.jpg)
विषय-वस्तु: मृत्यु और जीवन
मृत्यु, अहंकार की मृत्यु और जीवन की क्षणभंगुरता पर चर्चा। ओशो की यह पुस्तक, मृत्यु को एक अंत नहीं, बल्कि एक नए आरंभ के रूप में प्रस्तुत करती है। ओशो के अनुसार, मृत्यु से भयभीत होने के बजाय, इसे एक परिवर्तन के रूप में, जो हमें जीवन के वास्तविक अर्थ को समझने में मदद करता है। ‘मैं मृत्यु सिखाता हूँ’ में ओशो मृत्यु के बारे में हमारे भ्रमों को दूर करते हैं और मृत्यु को खुशी-खुशी गले लगाने और जीवन को पूरी तरह जीने के लिए प्रेरित करते हैं। इस पुस्तक में शामिल प्रवचन, मृत्यु के प्रति एक नया दृष्टिकोण प्रदान करते हैं जो जीवन को और अधिक सार्थक और जीवंत बनाते है।
- पुस्तक लिंक
#6. गीता दर्शन (8 खंडों में)
![Gita Darshan complete set in hindi by osho](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Gita-Darshan-complete-set-in-hindi-by-osho-1.jpg)
विषय-वस्तु: भगवद्गीता, कर्मयोग, भक्तियोग, ज्ञानयोग, ध्यान, आध्यात्मिकता
भगवद् गीता की शिक्षाओं को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक भगवद् गीता, हिंदुओं के एक पवित्र ग्रंथ पर ओशो की व्याख्या है। ओशो गीता की शिक्षाओं को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करते हैं, जिससे उन्हें वर्तमान समय के पाठकों के लिए अधिक सुलभ बनाया जा सके।
‘गीता-दर्शन’ ओशो द्वारा भगवद्गीता पर की गई एक गहन और व्यावहारिक व्याख्या है, जो आठ खंडों में प्रकाशित हुई है। यह केवल एक धार्मिक ग्रंथ की टीका नहीं है, बल्कि जीवन के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण और आध्यात्मिक जागृति की एक यात्रा है। ओशो अपनी अनूठी शैली में, गीता के गूढ़ रहस्यों को उद्घाटित करते हैं और उन्हें आधुनिक संदर्भ में प्रस्तुत करते हैं। वे कर्म, भक्ति और ज्ञान के मार्गों को एक नए प्रकाश में देखते हैं और ध्यान के माध्यम से आत्म-साक्षात्कार की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करते हैं। ‘गीता-दर्शन’ एक ऐसा बहुमूल्य संसाधन है जो पाठक को जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन, सद्भाव और आनंद की ओर ले जाता है। यह उन सभी के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश है जो आध्यात्मिकता के मार्ग पर चलना चाहते हैं और अपने जीवन को एक उत्सव बनाना चाहते हैं।
- पुस्तक लिंक
#7. विज्ञान भैरव तंत्र (5 खंडों में)
![VIGYAN BHAIRAV TANTRA by osho hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/VIGYAN-BHAIRAV-TANTRA-VOLUME-1-TO-5-by-osho-hindi-1.jpg)
विषय-वस्तु: शैववाद, ध्यान, आध्यात्मिकता, आत्म-साक्षात्कार
ओशो के अनुसार, विज्ञान भैरव तंत्र एक ऐसा खजाना है जिसमें आध्यात्मिक जागृति के लिए सभी आवश्यक उपकरण मौजूद हैं।
‘विज्ञान भैरव तंत्र’ ओशो द्वारा शिव और देवी के बीच हुए संवाद पर आधारित एक गहन आध्यात्मिक ग्रंथ है, जो 5 खंडों में प्रकाशित हुआ है। विज्ञान भैरव तंत्र केवल ध्यान तकनीकों का संग्रह नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक विकास के मार्ग को भी दर्शाता है। यह हमें अपने भीतर के शिव-स्वरूप (चेतना) को पहचानने और उससे एकाकार होने की प्रेरणा देता है।
112 ध्यान तकनीकें: विज्ञान भैरव तंत्र में वर्णित 112 ध्यान तकनीकें, मानव चेतना के विभिन्न स्तरों और उसकी क्षमताओं को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं।
ओशो अपनी विशिष्ट शैली में, इन क्लिष्ट तकनीकों के गूढ़ रहस्यों को अविश्वसनीय रूप से बड़े ही सुगम तरीके से समझाया है, और उन्हें आधुनिक साधक के लिए प्रासंगिक बनाया है। यह पूरा सेट ध्यान के अभ्यास को गहरा करने, आंतरिक शांति प्राप्त करने और आत्म-साक्षात्कार के शिखर तक पहुँचने के इच्छुक सभी के लिए एक अमूल्य मार्गदर्शक है।
- पुस्तक लिंक
#8. ताओ उपनिषद (6 खंडों में): ओशो द्वारा चीन और भारत का एक आध्यात्मिक संगम
![TAO UPNISHAD by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/TAO-UPNISHAD-by-osho-in-hindi.jpg)
विषय-वस्तु: ताओ ते चिंग, ताओ दर्शन, उपनिषदिक ज्ञान, ध्यान, अस्तित्व, आत्म-साक्षात्कार
‘ताओ उपनिषद’ ओशो द्वारा एक असाधारण कृति है जो ताओवाद और उपनिषदों के बीच एक अद्भुत सेतु का निर्माण करती है। यह 6 खंडों में प्रकाशित हुआ है, जिसमें ओशो ने लाओत्से के ग्रंथ ‘ताओ ते चिंग’ और प्राचीन भारतीय उपनिषदों के सार को एक साथ पिरोया है, मानो दो अलग-अलग नदियों का एक ही सागर में मिलन हो। यह एक ऐसा दुर्लभ रत्न है जो भारत और चीन के आध्यात्मिक ज्ञान के बीच एक अद्वितीय संवाद रचता है, एक ऐसा संवाद जो आपके भीतर की चेतना को जगाने और उसे विस्तारित करने की अद्भुत क्षमता रखता है।
यह एक अद्भुत ग्रंथ है, जिस्के द्वारा, ओशो ने ‘ताओ ते चिंग’ की अत्यंत गहनता, जटिलता को आम जन-मानस के सामने रोचक रूप में प्रस्तुत किया है।
- पुस्तक लिंक
#9. शिव-सूत्र – ओशो द्वारा प्रस्तुत अज्ञात आयाम – 77 सूत्रों में छिपा चेतना का रहस्य
![Shiv Sutra by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Shiv-Sutra-by-osho-in-hindi-1.jpg)
विषय-वस्तु: आध्यात्मिकता, योग और तंत्र
‘शिव सूत्र’ ओशो द्वारा शिव सूत्रों पर की गई गहन व्याख्या है। ओशो इस पुस्तक में चेतना के रहस्यों, कुंडलिनी जागरण, और आत्म-साक्षात्कार की प्रक्रिया को समझाते हैं। यह पुस्तक तंत्र और योग के गूढ़ सिद्धांतों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती है, जिससे उन्हें आम पाठक भी समझ सके। ओशो के अनुसार, शिव सूत्र आत्म-ज्ञान का एक शक्तिशाली मार्ग प्रदान करते हैं, जो हमें अपनी वास्तविक प्रकृति को पहचानने और परम आनंद को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।
वे शिव सूत्रों को केवल बौद्धिक समझ के लिए नहीं, बल्कि एक अनुभवात्मक यात्रा के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में प्रस्तुत करते हैं। वे कहते हैं कि इन 77 सूत्रों के शब्दों में एक गहरा कंपन है, जो हमारे अस्तित्व के मूल को छू सकता है, बशर्ते हम उन्हें अपने हृदय से सुनें और अनुभव करें।
वे शिव सूत्रों में शिव और शक्ति के मिलन, अर्थात् चेतना और ऊर्जा के एकीकरण की गहरी संभावना देखते हैं। यह एक ऐसा मिलन है जो हमें अपनी सीमित पहचान से मुक्त कर, ब्रह्मांडीय चेतना के साथ एकाकार होने का अवसर प्रदान करता है।इनके अनुसार, शिव सूत्र, तंत्रों के सार को समेटे हुए हैं। यह तंत्र, किसी बाहरी देवी-देवता की उपासना नहीं, बल्कि अपने भीतर के शिव और शक्ति को जगाने की विद्या है।
- पुस्तक लिंक
#10. एस धम्मो सनंतनो (धम्मपद: बुद्ध-वाणी) (12 खंडों में): ओशो द्वारा बुद्ध के ज्ञान की व्याख्या
![es dhammo sanantano Buddha Vani by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/es-dhammo-sanantano-Buddha-Vani-by-osho-in-hindi.jpg)
‘एस धम्मो सनंतनो’ ओशो द्वारा बुद्ध के प्रसिद्ध ग्रंथ धम्मपद पर की गई एक गहन और व्यावहारिक व्याख्या है, जो 12 खंडों में प्रकाशित हुई है। ओशो अपनी अनूठी शैली में, धम्मपद के सूत्रों के गूढ़ अर्थ को उजागर करते हैं और उन्हें जीवन के हर पहलू से जोड़ते हैं। वे ध्यान, जागरूकता और करुणा के माध्यम से दुख से मुक्ति और आत्म-साक्षात्कार के मार्ग को प्रकाशित करते हैं। ओशो, बुद्ध के संदेश को एक नए और ताज़ा परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करते हैं, जो आधुनिक पाठक के लिए अधिक प्रासंगिक और समझने योग्य है।
यह पुस्तक श्रृंखला उन सभी के लिए है जो बौद्ध दर्शन को एक नए नज़रिए से समझना, ध्यान के माध्यम से आत्म-परिवर्तन, और आध्यात्मिकता को अपने जीवन में गहराई से समाहित करना चाहते हैं।
- पुस्तक लिंक
#11. एक ओंकार सतनाम
![Ek Onkar Satnam by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Ek-Onkar-Satnam-by-osho-in-hindi-1.jpg)
ओशो द्वारा सिख धर्म के मूल मंत्र की गहन व्याख्या
विषय-वस्तु: सिख धर्म, मंत्र, ध्यान, आध्यात्मिकता
इस पुस्तक में, ओशो सिख धर्म के केंद्रीय पवित्र ग्रंथ, गुरु ग्रंथ साहिब के भीतर की गहन शिक्षाओं की व्याख्या करते है। ‘एक ओंकार सतनाम’ पुस्तक, ओशो द्वारा सिख धर्म के मूल मंत्र “इक्क ओंकार, सत नाम” पर एक गहन और आत्मिक व्याख्या है। ओशो, अपनी बेजोड़ शैली में, इस मंत्र के प्रत्येक शब्द – एक ओंकार, सत, और नाम – के रहस्यों को उजागर करते हैं और उन्हें ध्यान और आत्म-साक्षात्कार के एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में प्रस्तुत करते हैं, और दिखाते हैं कि कैसे यह मंत्र हमें परम सत्य की ओर ले जा सकता है।वह सिख दर्शन और भक्ति काव्य के माध्यम से प्रस्तुत किए गए एकत्व, भक्ति और ज्ञान के मार्ग की अवधारणाओं की खोज करते है।
इसका पंजाबी अनुवाद भी उपलब्ध है।
- पुस्तक लिंक
#12. कृष्ण स्मृति
![Krishna Smriti by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Krishna-Smriti-by-osho-in-hindi.jpg)
विषय-वस्तु: ओशो द्वारा श्रीकृष्ण के दिव्य व्यक्तित्व का बहुरंगी चित्रण
‘कृष्ण स्मृति’ ओशो द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के जीवन, उनके व्यक्तित्व और उनके संदेश पर की गई एक गहन और बहुआयामी व्याख्या है। भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं की ओशो की अनूठी व्याख्या, जो उन्हें एक क्रांतिकारी और विद्रोही के रूप में प्रस्तुत करती है। साथ ही यह श्रीकृष्ण को एक दिव्य अवतार के रूप में नहीं, बल्कि एक पूर्ण मनुष्य के रूप में बताती है, जो जीवन के हर रंग को जीते है और अपने अनुभवों से हमें गहनतम जीवन-सत्य सिखाते है।
- पुस्तक लिंक
#13. ध्यान योग: प्रथम और अंतिम मुक्ति
![Dhyan Yog Prtham aur antim mukti by osho](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Dhyan-Yog-Prtham-aur-antim-mukti-by-osho-1.jpg)
विषय-वस्तु: ध्यान
विभिन्न ध्यान तकनीकों का वर्णन और आध्यात्मिक जागृति के लिए उनका उपयोग। इस पुस्तक में, ओशो 112 विभिन्न ध्यान तकनीकों की व्याख्या करते हैं और पाठकों को यह पता लगाने में मदद करते हैं कि उनके लिए सबसे अच्छा कौन सा काम करता है। ओशो ध्यान की शक्ति पर जोर देते हैं और बताते हैं कि इसका उपयोग आत्म-खोज और आध्यात्मिक जागृति के लिए कैसे किया जा सकता है।
- पुस्तक लिंक
#14. कहै कबीर दीवाना: ओशो द्वारा कबीर के रहस्यवाद की आधुनिक व्याख्या
![Kahai Kabir Diwana by osho in hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Kahai-Kabir-Diwana-by-osho-in-hindi-1.jpg)
विषय-वस्तु: कबीर की साखियाँ, रहस्यवाद, प्रेम, आध्यात्मिकता
ओशो की ‘कहै कबीर दीवाना’ कबीर के गूढ़ दोहों की एक गहन व्याख्या है। यह पुस्तक कबीर के प्रेम, विद्रोह और परम सत्य की खोज को एक नए प्रकाश में प्रस्तुत करती है, जो पाठक को आत्म-साक्षात्कार के मार्ग पर ले जाती है। यह ओशो के अनूठे दृष्टिकोण और अंतर्दृष्टि से भरपूर है, जो कबीर की वाणी को एक नई ऊर्जा से भर देती है। ओशो, कबीर की तरह ही, सामाजिक और धार्मिक रूढ़ियों पर प्रहार करते हैं। वे कबीर की वाणी में निहित विद्रोह और स्वतंत्रता के संदेश को रेखांकित करते हैं, और कबीर की साखियों के माध्यम से आध्यात्मिकता के सार को उजागर करते हैं।
- पुस्तक लिंक
#15. जीवन की खोज
![Jeevan Ki Khoj by osho hindi](https://www.besthindibooks.com/wp-content/uploads/2024/02/Jeevan-Ki-Khoj-by-osho-hindi-1.jpg)
विषय-वस्तु: आध्यात्मिकता, आत्म-साक्षात्कार, जीवन दर्शन, ध्यान
जीवन के अर्थ और उद्देश्य पर ओशो के विचारों का संग्रह, और जीवन को पूर्ण रूप से कैसे जिया जाए।
‘जीवन की खोज’ ओशो द्वारा रचित एक प्रेरणादायक पुस्तक है जो पाठक को आत्म-अन्वेषण की यात्रा पर ले जाती है। ओशो की अनूठी और सरल भाषा में यह पुस्तक, जीवन के गहन प्रश्नों – ‘मैं कौन हूँ?’, ‘जीवन का उद्देश्य क्या है?’, और ‘आंतरिक शांति कैसे प्राप्त करें?’ – के उत्तर खोजने में मदद करती है। इस के अनुसार, सच्ची जीवन की खोज बाहरी दुनिया में नहीं, बल्कि अपने भीतर की ओर एक यात्रा है। यह पुस्तक ध्यान, जागरूकता और स्वीकृति के माध्यम से इस आंतरिक यात्रा को कैसे शुरू किया जाए, इस पर व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करती है।
- पुस्तक लिंक
अन्य 15 महत्वपूर्ण पुस्तकें
#16. शून्यता है महामुक्ति
विषय-वस्तु: बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म में शून्यता की अवधारणा की गहन व्याख्या, और इसका उपयोग आत्म-साक्षात्कार के लिए कैसे किया जा सकता है।
#17. सत्य की खोज
विषय-वस्तु: सत्य
सत्य की प्रकृति और उसकी खोज के विभिन्न मार्गों पर ओशो के विचारों का संग्रह।
#18. प्रेम दर्शन
विषय-वस्तु: प्रेम
प्रेम पर प्रवचन। प्रेम की विभिन्न पहलुओं – रोमांटिक, आध्यात्मिक, और स्वयं के लिए प्रेम – पर ओशो के विचारों का संग्रह।
#19. तृष्णा
विषय-वस्तु: इच्छा
इच्छा की प्रकृति और हमारे जीवन पर इसके प्रभाव पर चर्चा।
विषय-वस्तु: धर्म
आधुनिक दुनिया में धर्म की प्रासंगिकता की खोज, और पारंपरिक धार्मिक मान्यताओं की प्रासंगिकता पर प्रश्नचिह्न।
#21. मैं धार्मिकता सिखाता हूं, धर्म नहीं
विषय-वस्तु: अध्यात्म बनाम धर्म
ओशो इस विचारोत्तेजक पुस्तक में संगठित धर्म की अवधारणा को चुनौती देते हैं। वह सच्ची आध्यात्मिकता, जो आंतरिक परिवर्तन पर जोर देती है, तथा संगठित धार्मिक संरचनाओं की कठोरता के बीच अंतर करते है। ओशो पाठकों को हठधर्मिता से मुक्त होने और व्यक्तिगत विकास और आत्म-खोज का मार्ग खोजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
#22. ज़ेन की घोषणा स्वयं से मुक्ति
विषय-वस्तु: ज़ेन
ज़ेन दर्शन की अवधारणाओं और शिक्षाओं की ओशो की व्याख्या, और उन्हें आधुनिक जीवन में कैसे लागू किया जा सकता है। इस पुस्तक में, ओशो ने ज़ेन बौद्ध धर्म की शिक्षाओं की पड़ताल की। वह ज़ेन कहानियों के संग्रह में जो प्रतीत होने वाले विरोधाभास हैं, जो तार्किक दिमाग से परे, अंतर्ज्ञान और समझ को जगाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
#23. सत्यं शिवं सुंदरम / Satyam Shivam Sundaram (English Version)
विषय-वस्तु: सत्य, शिव, और सुंदरता
सत्य (सत्य), शिव (अच्छाई) और सुंदरम (सौंदर्य) पर ओशो की बातचीत का यह संग्रह जीवन और अस्तित्व के गहनतम प्रश्नों का पता लगाता है। यह दर्शन इस विचार पर आधारित है कि सत्य के माध्यम से, कोई वास्तविक अच्छाई और सुंदरता के उच्चतम रूप को प्राप्त कर सकता है। ओशो एक ऐसी दुनिया की कल्पना करते हैं जहां सत्य, अच्छाई और सुंदरता मानव अनुभव में परस्पर जुड़े हुए हैं।
विषय-वस्तु: कृष्ण
भगवान कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं की ओशो की अनूठी व्याख्या, जो उन्हें एक क्रांतिकारी और विद्रोही के रूप में प्रस्तुत करती है। वह एक प्रबुद्ध गुरु के रूप में कृष्ण का एक अनूठा चित्र प्रस्तुत करते हैं।
#25. मैं ही द्वार हूँ
विषय-वस्तु: आध्यात्मिकता
आत्म-साक्षात्कार के मार्ग पर ओशो के विचारों का संग्रह, और बताता है किआंतरिक परिवर्तन कैसे लाया जाए। इस पुस्तक में, ओशो गुरु और शिष्य के बीच संबंधों पर चर्चा करते हैं। वह बताते हैं कि एक वास्तविक गुरु एक व्यक्ति का स्वतंत्रता और आत्म-अन्वेषण की ओर कैसे मार्गदर्शन कर सकता है।
#27. सरदार गुरु तेग बहादुर
विषय-वस्तु: सिख धर्म, गुरु तेग बहादुर
ओशो गुरु तेग बहादुर, सिखों के नौवें गुरु, के जीवन और शिक्षाओं की व्याख्या करते हैं। यह पुस्तक उनके साहस, बलिदान, और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष पर प्रकाश डालती है। ओशो गुरु तेग बहादुर के बलिदान को धार्मिक स्वतंत्रता के लिए एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में बताते हैं।
#28. एक सुगंध सत की
विषय-वस्तु: आध्यात्मिकता
यह ओशो के कबीर, संत कवि, के छंदों पर प्रवचनों का संग्रह है। ओशो विभिन्न धार्मिक ग्रंथों, कविताओं और कहानियों से आध्यात्मिक शिक्षाओं का संग्रह प्रस्तुत करते हैं। यह पुस्तक पाठकों को जीवन के अर्थ और उद्देश्य पर विचार करने के लिए प्रेरित करती है। ओशो ने कबीर के रहस्यवाद को आज की दुनिया के लिए प्रासंगिक बताया।
#29. महावीर वाणी
विषय-वस्तु: जैन धर्म
ओशो जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की शिक्षाओं/प्रवचनों की व्याख्या करते हैं। यह पुस्तक अहिंसा, अपरिग्रह, और आत्म-साक्षात्कार के सिद्धांतों पर प्रकाश डालती है। ओशो, महावीर की अहिंसा (अहिंसा), अपरिग्रह, आत्म-साक्षात्कार, आत्म-अनुशासन और अनासक्ति की शिक्षाओं पर जोर देते हैं।
#30. शिक्षा में क्रांति
विषय-वस्तु: शिक्षा
शिक्षा में क्रांति की आवश्यकता पर चर्चा। वर्तमान शिक्षा प्रणाली की आलोचना और एक अधिक रचनात्मक और मुक्त शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है।
ओशो की पुस्तकों की सूची (Osho Book list):
क्रम संख्या | पुस्तक का शीर्षक | टिप्पणियाँ |
---|---|---|
1 | मैं मृत्यु सिखाता हूँ | मृत्यु के बारे में ओशो के विचार और जीवन में इसकी भूमिका |
2 | शिक्षा में क्रांति | शिक्षा में क्रांतिकारी विचारों पर चर्चा |
3 | जीवन की खोज | जीवन के सार को खोजने का मार्गदर्शन |
4 | तृष्णा | इच्छा और मानव अस्तित्व पर इसके प्रभाव की जांच |
5 | उस पथ के पथिक | आध्यात्मिक खोजियों की यात्रा पर चिंतन |
6 | कृष्ण गुरु भी सखा भी | कृष्ण को गुरु और मित्र दोनों रूप में समझना |
7 | श्रद्धा | विश्वास और भक्ति की अवधारणा की खोज |
8 | सत्य की खोज | सत्य की खोज पर ओशो के दृष्टिकोण |
9 | ध्यान दर्शन | ध्यान का दर्शन और अभ्यास |
10 | एक ओंकार सतनाम | आदि ध्वनि और सच्चे नाम पर शिक्षाएं |
11 | ओशो ध्यान योग | ध्यान और योग के प्रति ओशो का दृष्टिकोण |
12 | शून्यता है महामुक्ति | मुक्ति के मार्ग के रूप में शून्यता पर चर्चा |
13 | कहां कहूं उस देश की | वास्तविकता की प्रकृति पर आध्यात्मिक चिंतन |
14 | अजहु चेत गंवार | आध्यात्मिक जागरूकता के लिए जागृति का आह्वान |
15 | विज्ञान धर्म और कला | विज्ञान, धर्म और कला के संगम की खोज |
16 | क्या ईश्वर मर गया है? | ईश्वर की अवधारणा पर दार्शनिक जिज्ञासा |
17 | जीवन दर्शन | जीवन पर ओशो का दर्शन |
18 | ताओ उपनिषद | ताओ और उपनिषदों पर शिक्षाएं |
19 | झरत दसहुं दिस मोती | मोतियों की तरह बिखरा आध्यात्मिक ज्ञान |
20 | मन का दर्पण | मन की प्रकृति पर चिंतन |
21 | जीवन सत्य की खोज | जीवन के सत्यों की खोज |
22 | शून्य समाधि | शून्यता पर ध्यान |
23 | अष्टावक्र महागीता | अष्टावक्र गीता पर टिप्पणी |
24 | ओशो ध्यान योग | ओशो की योग और ध्यान तकनीकें |
25 | संभावनाओं की आहट | जीवन की संभावनाओं की खोज |
26 | एक साधे सब साधे | एकाग्रता की शक्ति |
27 | कृष्ण साधना रहित सिद्धि | बिना अनुष्ठान के कृष्ण का ज्ञान प्राप्ति का मार्ग |
28 | अमृत की दिशा | अमरत्व की ओर दिशा |
29 | उड़ियो पंख पसार | अपने पंख फैलाने के लिए प्रोत्साहन |
30 | ध्यानयोग: प्रथम और अंतिम मुक्ति | अंतिम मुक्ति के रूप में ध्यान |
31 | सनातन सत्य | शाश्वत सत्य |
32 | हृदय सूत्र | आध्यात्मिक शिक्षाओं का सार |
33 | मारो हे जोगी मारो | अहंकार को पार करने का आह्वान |
34 | मेरे तो गिरधर गोपाल – मीरा वाणी | मीरा की भक्ति कविता |
35 | धर्म और राजनीति | धर्म और राजनीति |
36 | ओशो – मैं कौन हूं | आत्म-जिज्ञासा और पहचान |
37 | ज्योति से ज्योति जले | आंतरिक प्रकाश को जगाना |
38 | चल हंसा उस देश | आध्यात्मिक क्षेत्र की यात्रा |
39 | नारी और क्रांति | महिलाएं और क्रांति |
40 | प्रेम दर्शन | प्रेम का दर्शन |
41 | जीवन संगीत | जीवन का संगीत |
42 | ऐशी भक्ति करे रैदास रैदास वाणी | रैदास की भक्ति शिक्षाएं |
43 | नई क्रांति की रूपरेखा | एक नई क्रांति का खाका |
44 | असवीकृति में उठा हाथ | अस्वीकार की शक्ति |
45 | कहां कहूं उस देश की | अवर्णनीय आध्यात्मिक क्षेत्र का वर्णन |
46 | साधना पथ | आध्यात्मिक अभ्यास का मार्ग |
47 | कृष्ण स्मृति | कृष्ण का स्मरण |
48 | एक एक कदम | एक समय में एक कदम |
49 | अंतर की खोज | आंतरिक खोज |
50 | क्या ईश्वर मर गया है? | ईश्वर के अस्तित्व पर प्रश्न |
51 | मन ही पूजा मन ही धूप | पूजा और अर्पण के स्रोत के रूप में मन |
52 | प्रेम रंग रस ओढ़ चदरिया | प्रेम के रंग को अपनाना |
53 | होनी होय सो होय | जो होना है उसे स्वीकार करना |
54 | सबै सयाने एक मत | ज्ञान में एकता |
55 | का सोवै दिन रैन | आध्यात्मिक निद्रा से जागरण |
56 | अरी, मैं तो नाम का रंग छाकी | दिव्य नाम से मस्ती |
57 | मेरा मुझमें कुछ नहीं | अहंकार का विलय |
58 | उपासना के क्षण | पूजा के क्षण |
59 | कस्तूरी कुंडल बसै | भीतर का कस्तूरी |
60 | पीवत राम रस लागी खुमारि | दिव्य प्रेम की मस्ती |
61 | आपुई गै हिराई | दिव्य प्रेम में आत्म-विस्मरण |
62 | गूंगे केरी सरकारा | मौन भक्ति की मिठास |
63 | सांच सांच सो सांच | सत्य का सत्य |
64 | जिन-सूत्र | जैन शिक्षाएं |
65 | बहुतेरे हैं घट | कई पात्र, एक सार |
66 | असम्भव क्रांति | असंभव क्रांति |
67 | रोम रोम रस पीजिए | हर रोम से दिव्य रस पीना |
68 | सुनो भाई साधो | सुनो, हे साधक |
69 | नहीं संज नहीं भोर | सांझ और सुबह से परे |
70 | अमृत द्वार | अमरत्व का द्वार |
71 | प्रेम दर्शन | प्रेम का दर्शन |
72 | स्वयं की सत्ता | आत्म की शक्ति |
73 | समाधि कमल | ध्यान का कमल |
74 | पथ की खोज | मार्ग की खोज |
75 | सत्य की प्यास | सत्य की प्यास |
76 | मैं धर्मिकता सिखाता हूं, धर्म नहीं | धर्म नहीं, आध्यात्मिकता सिखाना |
77 | समुंद समाना बांध मुख्य | चेतना के सागर में विलीन होना |
78 | अमृत वर्षा | अमृत की वर्षा |
79 | संभावनाओं की आहट | संभावनाओं की आहट |
80 | तमसो मा ज्योतिर्गमय | अंधकार से प्रकाश की ओर |
हम आशा करते हैं कि यह उत्कृष्ट हिंदी पुस्तकों का चयन ओशो के विस्तृत दर्शन में अमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा। चाहे आप एक अनुभवी साधक हों या जिज्ञासु नौसिखिया, ओशो की रचनाओं के पास आपको देने के लिए काफी ज्ञान है। अपने पढ़ने के आनंद लें और आध्यात्मिक अमृत का स्वाद लें!
Frequently Asked Questions (FAQs)
कौन सी किताब ओशो की ‘द बुक ऑफ सीक्रेट्स’ (The Book Of Secrets: 112 Meditation Techniques) का हिंदी संस्करण है?